एक नया सवेरा

एक नया सवेरा     राहों में काँटे बिछे हैं, तो क्या हुआ, सपनों की उड़ान से डरते नहीं। मुश्किलों की चादर ओढ़ी है हमने, हौसलों के बल पर झुकते नहीं।   समान की ऊंचाइयों को छूना है, नीचे गिरने का ग़म नहीं। कदम-कदम पर अड़चनें हैं बहुत, मगर हमें रुकना नहीं।   हर मोड़ […]

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सूरज का जज़्बा

सूरज का जज़्बा     सूरज की गर्मी से जलते हैं हमारे अरमान और ख्वाब, चाँद की ठंडी चाँदनी में भी छिपा है संघर्ष का जवाब। रात की गहराई में कितने ही सितारे टिमटिमाते हैं, पर सूरज की तरह जलते हैं, खुद को साबित करने की चाह में समाते हैं।   सूरज की किरणें दिन […]

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