सपने तुम्हारे हैं
चलो, चलते हैं हम भी,
सपनों की ऊँचाइयों की ओर,
आशा की किरणों से जगाते हैं,
नयी राहों की खोज में, हम।
जब राहें धुंधली हो जाती हैं,
मुस्कान का दीप जलाते हैं,
हर मुश्किल के पल में,
सपनों को संजीवनी बनाते हैं।
खुद को कभी न कमजोर मानो,
सपनों को साकार करना है तुम्हें,
आंधियों में भी जलाओ दीप,
रात की काली चादर हटाओ, उजाला लाओ।
जब हौसला गिरने लगे,
याद करो वो दिन, जब उठे थे,
हर दर्द और हर चुभन के बावजूद,
आशा की अलख जलाए रखी थी तुमने।
चुनौतियाँ आना स्वाभाविक है,
सपनों की ऊँचाइयों तक पहुँचने का रास्ता,
संघर्ष से ही खुलता है,
हर घड़ी की कठिनाई को स्वीकार करो,
और उसे सीढ़ी की तरह चढ़ो।
सपने तुम्हारे हैं, तुमसे जुड़े हुए हैं,
हर ग़म और हर खुशी, तुम्हारी कहानी है,
असफलता का नाम न जानो,
सफलता की ओर बढ़ते रहो, बढ़ते रहो।
हर बार जब गिरोगे,
फिर से उठ खड़े होना,
आत्मविश्वास का दीप जलाए रखो,
सपनों को साकार करने का जुनून बनाए रखो।
समय चाहे कितना भी कठिन हो,
हर हाल में खुद को साबित करो,
मुकाबला करो उस समय से,
जो तुम्हें हार मानने को कहता है।
सपनों की ऊँचाइयों तक पहुँचने का रास्ता,
संघर्ष से ही खुलता है,
हर दर्द, हर तकलीफ,
तुम्हें और मजबूत बनाएगी।
धैर्य रखो, विश्वास रखो,
सपनों को साकार करने का रास्ता लम्बा है,
लेकिन एक दिन, जब पहुँचोगे तुम,
वो खुशी, वो सफलता, तुम्हारी होगी।
तो चलो, चलो हम भी,
सपनों की ऊँचाइयों की ओर,
हर मुश्किल को पार करते हुए,
नयी राहों की खोज में, हम।