आसमान की ऊंचाइयों को छुओ

Motivational Poem

आसमान की ऊंचाइयों को छुओ

Hindi motivational poem

 

नीले आकाश की छांव तले,

चलता हूं मैं सपनों के सफर पे,

हर कदम पे मुश्किलें हैं,

पर हौंसला मेरा अडिग है।

 

कभी-कभी ठहरता हूं,

विचारों के समंदर में डूबता हूं,

पर अंधेरे में भी रोशनी की किरण ढूंढ़ता हूं,

अपने सपनों की उड़ान को मैं निरंतर संभालता हूं।

 

राह में कांटे हैं, फूल भी हैं,

हार और जीत के किस्से अनमोल हैं,

हर मोड़ पर मैं सीखता हूं,

अपने आप से ही लड़ता हूं।

 

खुद को साबित करने की धुन है,

हर हार को जीत में बदलने का जुनून है,

सपनों को साकार करने का प्रण है,

कठिनाइयों से न डरने का संकल्प है।

 

समय के साथ चलना है,

हर बाधा को पार करना है,

अपनी पहचान बनानी है,

सपनों को हकीकत में बदलना है।

 

आंधी और तूफान से नहीं घबराता,

हर मुश्किल में रास्ता ढूंढ़ता हूं,

रात की तन्हाई में भी,

सपनों की रोशनी में डूबता हूं।

 

स्वप्न मेरे रंगीन हैं,

हकीकत में बदलने के लिए तत्पर हैं,

हर कदम पे जीत का जश्न मनाना है,

अपने सपनों की उड़ान को ऊंचाई पर ले जाना है।

 

मन में उमंग और दिल में विश्वास,

हर हार को मानूं एक नई शुरुआत,

जिंदगी की राह में कभी न रुकूं,

हर चुनौती को अपने दम पर झेलूं।

 

खुद से बड़ा कोई गुरु नहीं,

मुश्किलें मुझे सिखाती हैं,

अंधेरों में भी मुझे रोशनी दिखाती हैं,

हर हार को जीत में बदलने का हौंसला देती हैं।

 

हर रोज एक नया सपना,

हर रात एक नई योजना,

मेहनत और लगन से,

सपनों को पंख देने का प्रयास करता हूं।

 

राह कितनी भी कठिन क्यों न हो,

हर कदम पर अपने आप को संवारता हूं,

सपनों की उड़ान में,

खुद को निरंतर आगे बढ़ाता हूं।

 

आप जो कर सकते हैं वह कोई नहीं कर सकता।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *